संस्कृत भाषा भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे प्राचीनतम भाषा परिवार है। वैदिक काल मे इसका उपयोग आकाशीय देवताओं तथा व्यवहारिक संचार और संवाद के साधन के रूप में किया जाता था। जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सिक्ख धर्म में भी संस्कृत का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
संस्कृत भाषा के बारे मे कुछ रोचक जानकारियाँ Some interesting facts about Sanskrit language
1. मात्र 3,000 वर्ष पूर्व तक भारत में संस्कृत भाषा बोली जाती थी तभी तो ईसा से 500 वर्ष पूर्व पाणिनी ने दुनिया का पहला व्याकरण ग्रंथ लिखा था जो संस्कृत मे था जिसका नाम ‘अष्टाध्यायी’ है।
2. संस्कृत भाषा विश्व की सबसे पुरानी पुस्तक (ऋग्वेद) की भाषा है। इसलिये इसे विश्व की प्रथम और प्राचीन भाषा मानी जाती है।
3. संस्कृत भाषा अपनी स्पष्ट व्याकरण और वर्णमाला की वैज्ञानिकता के कारण यह भाषा अपनी सर्वश्रेष्ठता को भी स्वयं ही सिद्ध करती है।
4. संस्कृत भाषा ही एक मात्र साधन हैं जो अंगुलियों एवं जीभ को लचीला बनाते हैं।
5. संस्कृत भाषा का लगातार अभ्यास करने वाले छात्रों को गणित, विज्ञान एवं अन्य भाषाएँ को ग्रहण करने में सरलता मिलती है।
6. संस्कृत भाषा केवल एक मात्र भाषा ही नहीं है अपितु संस्कृत एक विचार है संस्कृत एक संस्कृति है और एक संस्कार है संस्कृत में विश्व का कल्याण है शांति है सहयोग है वसुधैव कुटुम्बकम् कि भावना है।
7. नासा का कहना है कि छठी और सातवीं पीढ़ी के सुपर कंप्यूटर संस्कृत भाषा पर ही आधारित होंगे।
8. संस्कृत विद्वानों के अनुसार सूर्य परिवार के मुखिया सूर्य के एक ओर से प्रकाश की 9 किरणें निकलती हैं और वे चारों दिशाओं से अलग-अलग निकलती हैं। इस तरह कुल 36 किरणें हो गईं। इन 36 किरणों की ध्वनि से संस्कृत के 36 स्वरों का निर्माण हुआ।
9. कहा जाता है कि अरबी भाषा गले से और अंग्रेजी केवल होठों से बोली जाती है, लेकिन संस्कृत भाषा में वर्णमाला को स्वरों की ध्वनि के आधार पर वर्गों, चावर्ग, तवर्ग, तवर्ग, पवर्ग, आंतरिक और गर्म वर्गों में विभाजित किया जाता है।
10. संस्कृत उत्तराखंड की आधिकारिक राज्य भाषा है।
11. भारतवर्ष मे अरबों के आक्रमण से पहले संस्कृत भाषा भारत की राष्ट्रीय भाषा थी।
12. कर्नाटक राज्य के मत्तूर गांव में आज भी सभी लोग आपस मे संस्कृत भाषा में बात करते हैं।
13. जर्मनी में 14 विश्वविद्यालय लोगों की उच्च मांग पर संस्कृत शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
14. देश मे कुछ विश्वविद्यालय के अनुसार संस्कृत में बात करने वाला व्यक्ति बीपी, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल आदि रोगों से मुक्त हो जाता है।
15. संस्कृत भाषा में बात करने से मानव शरीर का तंत्रिका तंत्र सक्रिय रहता है। जिससे व्यक्ति का शरीर सकारात्मक ऊर्जा के साथ सक्रिय ऊर्जा प्रदान करता है।
16. यूनेस्को ने भी संस्कृत भाषा में वैदिक मंत्रोच्चार को अपनी मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल करने का निर्णय लिया है। यूनेस्को ने यह भी माना है कि संस्कृत भाषा में वैदिक मंत्रोच्चार का मानव मन, शरीर और आत्मा पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
17. वैज्ञानिको ने अपने शोध में यह पाया है कि संस्कृत भाषा पढ़ने से मनुष्य की यादाश्त शक्ति बढ़ती है।
18. संस्कृत भाषा में वाक्यों को शब्दों के किसी भी क्रम में व्यवस्थित किया जा सकता है। इससे अर्थ के खो जाने की बहुत कम या कोई संभावना नहीं रह जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सभी शब्द विभक्त हैं और शब्द के अनुसार हैं। उदा. अहं गृहम गच्चामि > या गच्छामि गृहम अहं दोनों ही ठीक हैं।
19. नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार जब वे अंतरिक्ष यात्रियों को संदेश भेजते थे तो उनके वाक्य उलट जाते थे। इस वजह से संदेश का अर्थ ही बदल गया। उन्होंने कई भाषाओं का इस्तेमाल किया लेकिन हर बार एक ही समस्या सामने आई। अंत में उन्होंने संस्कृत में संदेश भेजा क्योंकि संस्कृत के वाक्य उलटे होने पर भी अपना अर्थ नहीं बदलते हैं।
20. संस्कृत भाषा में किसी भी शब्द के पर्यायवाची शब्दों की संख्या सबसे अधिक है। उदाहरण के लिए, हाथी शब्द के लिए संस्कृत में 100 से अधिक पर्यायवाची शब्द हैं।
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